रणछोड़ दास पागी
1200 पाकिस्तानी सैनिकों पर भारी पड़ने वाले इस आम नागरिक को मिला यह सम्मान जैसे :
इनके प्रमुख रोचक तथ्य :
रणछोड़ दास पार्क कोई आम व्यक्ति नहीं थे उनके बारे में कहा जाता है कि वह ऊंटों के पैर देखकर यह बता देते थे क्यूट पर कितने व्यक्ति सवार थे या व्यक्तियों के या इंसानी पैरों को देखकर यह आकलन कर लेते थे की वह व्यक्ति कितना वजन होगा या उस व्यक्ति का कितना वजन होगा
2008 में फील्ड मार्शल मानेक वेलिंगटन अस्पताल तमिलनाडु में भर्ती थे। गंभीर अवस्था और मूर्छित अवस्था में बॉक्सर एक नाम पर करते थे पागी - पागी
2008 में फील्ड मार्शल मानिक वेलिंगटन अस्पताल तमिलनाडु में भर्ती थे गंभीर अवस्था और मूर्छित अवस्था मे अक्सर पागी पागी करते रहते थे ।
एक दिन जब डॉक्टर हैरान हो गए तो उन्होंने पूछा उनसे हु इज दिस पागी
जब तक कोई खड़ा नहीं होता , तब तक कोई बड़ा नहीं होता ।
एक ऐसा वीर जो कच्छ के रण पाकिस्तान छक्के छुड़ा दिया :
1971 का युद्ध भारत जी चुका था उसके बाद जनरल मानेक शॉ जो ढाका में थे उन्होंने आदेश दिया कि आज का डिनर वह पागी के साथ ही करेंगे पागी को लेने हेलीकॉप्टर भेजा गया जैसे ही पागी जी को लेकर हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी उनकी एक थैली हेलीकॉप्टर में से गिर गई हेलीकॉप्टर को वापस कर के लाया गया और नियमानुसार व थैली खोलकर देखी गई लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उस थैली में दो रोटी एक प्याज और एक बेसन का पकवान घटिया था जैसे ही डिनर को पहुंचे एक रोटी सेन साहब ने खाई और दूसरी पागी ने
आज भी भारतीय सेना के लिए उनके इस अमूल्य योगदान के कारण गुजरात के पाकिस्तान बॉर्डर पर आज भी उनके नाम से एक पोस्ट(रणछोड़ दास पोस्ट) रखी गई है और वहां पर उनकी मूर्ति लगाई गई है वह इन्हीं के नाम पर है।
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